
सांस लेने में तकलीफ के चलते आज अस्पताल में भर्ती हुए थे केशुभाई पटेल
अहमदबाद। गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल का 92 साल की उम्र में निधन हो गया है।
गुरुवार सुबह सांस लेने में तकलीफ होने के बाद केशुभाई पटेल को अहमदाबाद के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली। बता दें कि सितंबर के आखिरी में ही केशुभाई पटेल कोरोना वायरस से संक्रमित हुए थे।
अपने शोक सन्देश में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लिखा हमारे प्रिय और सम्मानित केशुभाई का निधन हो गया है मैं गहरे दुख में हूं वह एक उत्कृष्ट नेता थे जो समाज के हर वर्ग का ध्यान रखते थे. उनका जीवन गुजरात की प्रगति और हर गुजराती के सशक्तिकरण के लिए समर्पित था।
राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल के निधन पर गहरा दुःख एवं शोक प्रकट किया है।
उन्होंने कहा कि वे एक लोकप्रिय समाजसेवी व जननेता के साथ संवेदनशील व्यक्ति थे। ईश्चर उनकी आत्मा की चिरशांति प्रदान करें एवं उनके परिजनों को इस पीड़ा को सहने की शक्ति प्रदान करें।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने लिखा भाजपा में रहते हुए गुजरात में संगठन को सशक्त करने में केशुभाई ने अहम भूमिका निभाई।
सोमनाथ मंदिर के ट्रस्टी के रूप में उन्होंने मंदिर के विकास में हमेशा बढ़ चढ़कर सहयोग किया। अपने कार्यों व व्यवहार से केशुभाई सदैव हमारी स्मृति में रहेंगे। ईश्वर उन्हें अपने श्रीचरणों में स्थान दें।
कौन थे केशुभाई पटेल
गुजरात में जनसंघ के संस्थापक सदस्यों में से एक केशुभाई पटेल उन लोगों में से थे, जिन्होंने राज्य में भाजपा को खड़ा किया था।
1995 में उन्हीं के नेतृत्व में भाजपा ने पहली बार अपनी सरकार बनाई और वह मुख्यमंत्री बने। मगर अब खराब स्वास्थ्य के चलते सक्रिय राजनीति में उनकी भूमिका कम होती चली गई।
केशुभाई पटेल का सियासी सफरनामा
1960: जनसंघ से संस्थापक सदस्य के रूप में जुड़े
1977: राजकोट से लोकसभा चुनाव जीते
1978-95: कालावाड़, गोंदल और विसावदर से विधानसभा चुनाव जीते
1995: केशुभाई पटेल के नेतृत्व में भाजपा ने जीत दर्ज की और मुख्यमंत्री बने। मगर सात महीने बाद ही इस्तीफा दिया।
1998: केशुभाई पटेल फिर से राज्य के मुख्यमंत्री बने
2001: खराब स्वास्थ्य के चलते इस्तीफा दिया
2002: निर्विरोध राज्यसभा के सदस्य चुने गए
2007: केशुभाई पटेल ने विधानसभा चुनावों में अपने समुदाय से बदलाव के लिए वोट करने को कहा
2012: केशुभाई ने भाजपा से इस्तीफा दिया और गुजरात परिवर्तन पार्टी (जीपीपी) का गठन किया
2014: खराब स्वास्थ्य के चलते फिर से विधायक पद से इस्तीफा दिया और पार्टी का विलय भाजपा में किया