
मुरादाबाद (उप्र)। उप्र के मुरादाबाद के निजी अस्पताल के सीईओ पर वहीँ काम करने वाली महिला कर्मचारी ने दुष्कर्म करने का आरोप लगाया है। पुलिस ने युवती की तहरीर पर केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
प्राप्त समाचार के अनुसार मुरादाबाद के मझोला थाना क्षेत्र में स्थित निजी अस्पताल के सीईओ के खिलाफ एक युवती ने दुष्कर्म का केस दर्ज कराया है।
पीड़िता का आरोप है सीईओ ने उसे अपने घर बुलाया और नशीली कोल्ड ड्रिंक पिलाकर दुष्कर्म किया। जब उसने इसकी शिकायत अस्पताल के हेड से की तो उन्होंने युवती को नौकरी से निकालने की धमकी दी।
पीड़ित युवती मझोला थानाक्षेत्र की रहने वाली है। तहरीर में उसने कहा है कि वह एक बच्चे की मां है और पति से तलाक हो चुका है। 26 जून 2020 से वह नया मुरादाबाद स्थित ब्राइट स्टार हॉस्पिटल में ओपीडी असिस्टेंट के पद कार्यरत है।
युवती का आरोप है कि अस्पताल के सीईओ डा. श्रीधर के बुलाने पर 26 जुलाई को वह उनके घर गई थी। वहां पहले से ही एक और व्यक्ति मौजूद था।
वहां श्रीधर ने उसे कोल्ड ड्रिंक पिलाई, जिसे पीते ही वह बेहोश हो गई। युवती का कहना है कि रात करीब डेढ़ बजे जब उसे होश आया तो अस्पताल में भर्ती थी। उसके हाथ पैर भी बंधे थे। तब उसे पता चला कि उसके साथ दुष्कर्म किया गया है।
उसने इसकी शिकायत अस्पताल के डायरेक्टर व सीनियर स्टाफ से की। युवती का आरोप है कि सभी मुझे ही गलत ठहराने लगे और लोक लाज का हवाला देकर समझौता कराने की कोशिश की।
युवती का कहना है कि चौदह अगस्त 2020 को उसे ओपीडी हेड बनाकर जबरन ड्यूटी ज्वाइन करा दी गई। इसी दौरान समझौते पर हस्ताक्षर भी करा लिए। इसके बाद सीईओ के इशारे पर परेशान किया जा रहा है। सैलरी भी रोक दी गई है।
युवती का आरोप है कि डा. श्रीधर ने बदनाम करने की नियत से अफवाह फैला दी है कि युवती ने समझौते में दस लाख रुपये लिए हैं। पुलिस ने डा. श्रीधर के खिलाफ दुष्कर्म की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर तहकीकात शुरू कर दी है।
एएसपी अनिल यादव ने कहा मझोला थाने में युवती की तहरीर पर केस दर्ज किया गया है। मामले की जांच की जा रही है। जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे। उसी आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
हॉस्पिटल कर एमडी डा. सुनील कुमार ने कहा इस प्रकरण का अस्पताल से कोई वास्ता नहीं है। पीड़ित ने एफआईआर में भी घर बुलाकर दुष्कर्म किए जाने का आरोप लगाया है। जांच में स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।