
नई दिल्ली। शनिवार को देशभर में कोरोना के खिलाफ शुरू हुए टीकाकरण अभियान में सबसे पहले टीका लगवाने वालों का अनुभव अब तक काफी अच्छा रहा है।
उप्र की राजधानी लखनऊ के केजीएमयू के पब्लिक हेल्थ डेंटिस्ट्री के कनिष्ठ सहायक अमर बहादुर को पहला कोरोना टीका लगाया गया।
उन्होंने कहा कि वैक्सीनेशन को लेकर घबराने की जरूरत नहीं है। सभी लोग टीका लगवाएं। वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित है इसको लेकर किसी तरह का भ्रम न पाले।
इस दौरान देश के 3 हजार से ज्यादा केंद्रों पर एक दिन में करीब 3 लाख स्वास्थ्य कर्मियों और फ्रंट लाइन वर्कर्स को कोरोना का टीका लगाया जाएगा। पहले चरण में कुल 3 करोड़ लोगों को टीका दिया जाएगा।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मनीष कुमार ऐसे शख्स हैं जिन्हें देश में पहला कोरोना टीका दिया गया। मनीष एम्स में सफाई कर्मी हैं और उन्हें केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन की मौजूदगी में टीका दिया गया।
टीका लगवाने के बाद मनीष ने बताया, ‘मेरा अनुभव बहुत ही अच्छा रहा है, वैक्सीन लगने से मुझे कोई झिझक नहीं होगी और मैं अपने देश की और सेवा करता रहूंगा। लोगों को घबराने की कोई जरूरत नहीं है। मेरे मन में जो डर था वो भी निकल गया। सबको वैक्सीन लगवानी चाहिए।’
बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की उपस्थिति में कोरोना के टीकाकरण का शुभारंभ हुआ। आईजीआईएमएस में संस्थान के सफाई कर्मी रामबाबू को पहला टीका दिया गया। टीका लगवाने के बाद रामबाबू ने कहा कि इससे डरने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि डर के आगे ही जीत होती है।
छत्तीसगढ़ में सफाई कर्मचारी तुलसा तंडी को कोरोना का पहला टीका लगाया गया। डॉक्टर बीआर आंबेडकर अस्पताल में सफाई कर्मी तुलसा ने बताया कि वह और उनका परिवार बहुत खुश हैं कि उन्हें पहले टीके के लिए चुना गया। उन्होंने आज के दिन को ऐतिहासिक बताया।
त्रिपुरा में 30 साल की मेडिकल ऑफिसर मृदुला दास को राज्य का पहला कोरोना टीका लगा। उन्होंने बताया कि वह पहले थोड़ा नर्वस थीं लेकिन अब उन्हें अच्छा महसूस हो रहा है।
उन्होंने बताया कि अब 28 दिन बाद वह वैक्सीन की दूसरी खुराक लगाई जाएगी। वैक्सीन लेने के आधे घंटे बाद उन्होंने कहा कि लोग वैक्सीन पर भरोसा कर सकते हैं।
गुजरात के अहमदाबाद सिविल अस्पताल के अधीक्षक डॉ. जेवी मोदी और गांधीनगर सिविल अस्पताल की अधीक्षक डॉ. नियति लखानी को सबसे पहले टीका लगाया गया।
टीका लगवाने से पहले डॉ. मोदी ने कहा था कि वह उदाहरण पेश करने आगे आए हैं। गुजरात में पहले दिन 16000 स्वास्थ्यकर्मियों को टीका लगाया जाएगा।
कश्मीर के शेरे कश्मीर इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के डायरेक्टर ए.जी अहंगर और केटरिंग सुपरवाइजर बशीर अहमद को घाटी में सबसे पहले टीका लगाया गया।
बशीर अहमद ने टीका लगवाने के बाद बताया कि उन्हें किसी तरह की एलर्जी या कुछ भी लक्षण नहीं दिखे हैं और वह खुश हैं कि उन्हें टीकाकरण के लिए चुना गया।