
नई दिल्ली। एवियन इन्फ्लूएंजा यानी बर्ड फ्लू लगातार पांव पसार रहा है, यह अब देश के नौ राज्यों में फैल चुका है। केरल, राजस्थान, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, गुजरात और उप्र के बाद अब दिल्ली और महाराष्ट्र में भी बर्ड फ्लू ने दस्तक दे दी है।
दिल्ली में लिए गए सैंपलों में से 8 की पुष्टि हो गई है। दिल्ली के पशुपालन विभाग ने कहा है कि मृत कौवों और बत्तखों के आठ नमूनों के परीक्षण के बाद दिल्ली में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है। एवियन फ्लू के लिए सभी नमूनों का परीक्षण सकारात्मक रहा।
वहीं, मुंबई में भी आज ही इसकी पुष्टि हुई है। इसे देखते हुए अब सभी राज्यों ने सतर्कता बढ़ा दी है। देश में बर्ड फ्लू के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए केंद्र सरकार हरकत में आ गई है।
विदेश मामलों की संसदीय समिति आज इस पर बैठक करेगी। यह समिति देश में पशु टीका की उपलब्धता और पशु चिकित्सा सेवाओं की स्थिति पर चर्चा करेगी।
दिल्ली में भी बर्ड फ्लू की दस्तक
पशुपालन विभाग के मुताबिक, दिल्ली में बर्ड फ्लू से हुई पक्षियों की मौत में अभी तक आई 8 सैंपल पॉजिटिव मिले हैं। दिल्ली में 3 जगह की पक्षियों की रिपोर्ट पॉजिटिव है, मयूर विहार फेज 3, द्वारका सेक्टर 9, संजय झील।
महाराष्ट्र में कन्फर्म
महाराष्ट्र में भी बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है। अब महाराष्ट्र सहित देश के नौ राज्य बर्ड फ्लू की चपेट में आ चुके हैं। महाराष्ट्र के परभणी जिले के मुरुंबा गांव स्थित पॉल्ट्री फार्म में करीब 800 मुर्गियों की मौत हो गई,
जिसके बाद इनके नमूने जांच के लिए भेजे गए। इसमें सामने आया कि मुर्गियों की मौत बर्ड फ्लू के कारण हुई है। रिपोर्ट सामने आते ही प्रशासन अलर्ट हो गया है।
वहीं, हरियाणा के पंचकूला जिले के दो कुक्कुट फॉर्म में एवियन इन्फ्लुएंजा (बर्ड फ्लू) के संक्रमण की पुष्टि होने के बाद राज्य सरकार ने नौ त्वरित प्रतिक्रिया दल तैनात किए हैं
और दोनों ही केंद्रों पर रोकथाम का अभियान जारी है। गुजरात के सूरत जिले और राजस्थान के सिरोही जिले में कौए और वन्य पक्षियों के नमूनों में एवियन इन्फ्लुएंजा की पुष्टि हुई है।
केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण को भेजनी होगी दैनिक रिपोर्ट
रविवार को केंद्र ने विभिन्न चिड़ियाघर प्रबंधनों को निर्देश दिया कि वे केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण (सीजेडए) को दैनिक रिपोर्ट भेजें और ऐसा तब तक जारी रखें जब तक कि उनके इलाके को रोगमुक्त घोषित नहीं कर दिया जाता।
पर्यावरण मंत्रालय के तहत आने वाले सीजेडए ने कार्यालयी ज्ञापन जारी कर सभी चिड़ियाघरों के प्रबंधन को निगरानी रखने और पक्षियों के दड़बों के प्रबंधन को मजबूत करने का निर्देश दिया।