कुली नंबर 1: पुरानी बोतल में नई शराब ढालने की असफल कोशिश

वरुण धवन और सारा अली खान की मूवी ‘कुली नंबर 1’ अमेजॉन प्राइम पर रिलीज हो गई है। वरुण धवन की कॉमिक टाइमिंग इस फिल्म में काफी अच्छी है,

उन्होंने अपने रोल के साथ न्याय करने की कोशिश की है लेकिन 1995 में आई फिल्म के रीमेक के तौर पर रिलीज हुई मूवी पूरी तरह से पुरानी कहानी पर ही चलती नजर आती है।

कादर खान और गोविंदा को मिस करने के अलावा आप कॉमिक टाइमिंग भी मिस करते दिखेंगे। कादर खान की जगह इस फिल्म में परेश रावल ने ली है। वह अपने रोल के साथ न्याय करते दिखते हैं, लेकिन कॉमिक टाइमिंग में कादर खान जैसी बात नहीं दिखती।

इस मूवी में सारा अली खान को देखने के लिए प्रशंसकों को लंबे समय से इंतजार रहा है, लेकिन उनका रोल गानों तक सीमित दिखता है। राजपाल यादव बेटी के मामा के रोल में हैं, जो अपने चिर-परिचित अंदाज में हंसाने की पूरी कोशिश करते हैं।

कहानी: गोविंदा वाली ‘कुली नंबर 1’ में कहानी गांव पर आधारित थी, लेकिन इस बार लोकेशन को बदलते हुए गोवा कर दिया गया है। कहानी लगभग पुरानी ही है। कादर खान की जगह इस बार परेश रावल ने ली है, जो अपनी कॉमेडी के लिए जाने जाते हैं। अब बात कहानी की करते हैं।

गोवा के रईस कारोबारी रोजारियो (परेश रावल) का ख्वाब है कि उनकी दोनों बेटियों की शादी अमीर लड़कों से हो जाए। बस से आए एक परिवार के रिश्ते को वह ठुकरा देते हैं और अपमानित करते हैं, जिसे पंडित जय किशन (जावेद जाफरी) लेकर आए होते हैं। इसके बाद वह उन्हें सबक सिखाने में जुट जाता है।

इसी बदले के लिए वह रोजारियो की बेटी की शादी कुली का काम करने वाले वरुण धवन से करा देता है। फिल्म में सारा अली खान का नाम सारा ही रखा गया है। शादी करने के लिए राजू (वरुण धवन) नाम बदलकर करोड़पति कुंवर महेन्द्र प्रताप सिंह बन जाता है।

पर यह चाल कामयाब नहीं होती और असलियत खुल जाती है। इससे बचने के लिए राजू जुड़वा भाई की कहानी बुन लेता है। सारा से शादी के लिए वह एक के बाद कई झूठ बोलता जाता है और मुसीबत में फंस जाता है।

कैसी है एक्टिंग: कुली राजू के रोल में वरुण धवन ने दर्शकों का मनोरंजन करने की भरपूर कोशिश की है। कुछ सीन्स में कॉमिक टाइमिंग की कमी को छोड़ दिया जाए तो वह इस किरदार में सफल दिखते हैं। सारा अली खान और वरुण धवन ने गानों पर अच्छी परफॉर्मेंस दी है।

जावेद जाफरी, राजपाल यादव जैसे कलाकारों ने अपने छोटे से रोल में न्याय करने की कोशिश की है। हालांकि यह कह सकते हैं कि कमजोर स्क्रिप्ट के चलते एक्टर्स के पास ज्यादा कुछ करने का मौका नहीं था।

निर्देशन: भले ही किरदार और लोकेशंस बदल गए हैं, लेकिन कमजोर निर्देशन और डायलॉग सही न होने के चलते दर्शकों को बांधने में असफल दिख रही है।

1995 से 2020 तक के इस वक्त में काफी कुछ बदला है, लेकिन ऐसा लगता है कि डेविड धवन पुरानी मूवी की सफलता को अब भी भुनाने की कोशिश में जुटे हैं।

स्टारकास्ट: वरुण धवन, सारा अली खान, परेश रावल, जावेद जाफरी, राजपाल यादव

निर्देशक: डेविड धवन

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