कोरोना: कम होता दिख रहा है महामारी का प्रकोप पर कमजोर पड़ रहे हैं ये राज्य

रोज राष्ट्रीय औसत से ज्‍यादा केस हैं इन 15 राज्यों में

नई दिल्ली। भारत में कोरोना वायरस महामारी का प्रकोप कम होता दिख रहा है। दो महीने बाद ऐक्टिव केस 7 लाख से कम हो गए हैं और केस फैटलिटी रेशियो (CFR) 1.5 पर आ गया है।

फिलहाल पॉजिटिविटी रेट 7.75% है लेकिन चिंता की बात ये है कि 15 राज्‍य/केंद्रशासित प्रदेश ऐसे हैं जहां का पॉजिटिविटी रेट नैशनल एवरेज से ज्‍यादा है।

इन राज्‍यों को कंटेनमेंट पर और ध्‍यान देने की जरूरत है। वैसे अब कोरोना को मात देने वाले मरीजों की संख्‍या 69,48,497 हो गई है जबकि 1,17,306 मरीजों की मौत हुई है।

भारत ने गुरुवार को एक अहम उपलब्धि हासिल की। देश में कोरोना टेस्‍ट की संख्‍या 10 करोड़ को पार कर गई है।

पिछले 24 घंटों में 14,42,722 टेस्‍ट किए गए। टेस्टिंग बढ़ने से नैशनल पॉजिटिविटी रेट (national positivity rate) भी घटा है।

इन 15 राज्‍यों के आंकड़े दे रहे टेंशन

नैशनल एवरेज से ज्‍यादा पॉजिटिविटी रेट वाले राज्‍यों में महाराष्‍ट्र, दिल्‍ली, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु जैसे बड़े राज्‍य हैं।

इन 15 राज्‍यों/केंद्रशासित प्रदेशों में कोविड के मामलों पर वैसा काबू नहीं पाया जा सका है जैसा बाकी राज्‍यों ने कर दिखाया है। स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय ने कहा है कि इन राज्‍यों में विस्‍तृत टेस्टिंग की जरूरत है।

धीरे-धीरे कम हो रहा है पॉजिटिविटी रेट

लगातार टेस्टिंग पर जोर देने का नतीजा है कि पॉजिटिविटी रेट में गिरावट देखने को मिली है। सरकार इसके पीछे 5T यानी टेस्‍ट, ट्रैक, ट्रेस, ट्रीट ऐंड टेक्‍नोलॉजी को वजह बताती है।

टेस्टिंग में भारत यूं बढ़ रहा आगे

कोरोना वायरस टेस्टिंग का इन्‍फ्रास्‍ट्रक्चर खड़ा करने में सरकार ने तेजी दिखाई है। देश में इस वक्‍त कुल 1,989 लैब्‍स में कोरोना का टेस्‍ट होता है। इनमें से 1,122 सरकारी और 867 प्राइवेट हैं। ऊपर के चार्ट में आप देख सकते हैं कि कैसे अप्रैल से भारत ने टेस्टिंग की क्षमता बढ़ाई है।

ऐक्टिव केस 7 लाख से नीचे

17 सितंबर को 10.17 लाख के पीक पर पहुंचने के बाद से ऐक्टिव केस घटे हैं। अक्‍टूबर में गिरावट की यह रफ्तार और तेज हो गई है। जितनी तेजी से ऐक्टिव केसेज बढ़े थे, कम होने की रफ्तार उससे धीमी है।

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22 अगस्‍त को भारत ने 7 लाख ऐक्टिव मामलों का आंकड़ा पार किया था। 17 सितंबर तक यह ट्रेंड जारी रहा। सरकार के अनुसार, इसी दिन कोरोना पीक पर पहुंचा था।

उसके बाद ऐक्टिव मामले गिरने शुरू हुए। इस महीने की शुरुआत में करीब 9.50 लाख ऐक्टिव केस थे जो शुक्रवार को घटकर 6.95 लाख रह गए।

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