
नई दिल्ली। मंगलवार की रात केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और कुछ किसान नेताओं के बीच हुई बैठक विफल रहने के बाद सरकार और किसान नेताओं के बीच आज होने वाली बैठक रद्द हो गई है।
सरकार आज किसानों को लिखित प्रस्ताव देगी। जिस पर किसान नेता सिंघु बॉर्डर पर बैठक करेंगे। कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन का आज बुधवार को 14वां दिन है।
मंगलवार को 13 किसान नेताओं की गृहमंत्री अमित शाह के साथ चार घंटे तक चली बातचीत में कोई हल नहीं निकल सका। अचानक हुई बैठक में किसी हल की उम्मीद की जा रही थी लेकिन इस पर कोई फैसला नहीं हो सका।
इधर, शाह के साथ बैठक को ‘सकारात्मक’ बताते हुए भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार किसान नेताओं को आज एक मसौदा देगी, जिस पर हम किसानों के साथ चर्चा करेंगे।
टिकैत ने कहा, “मैं कहूंगा कि बैठक सकारात्मक थी। सरकार ने हमारी मांगों पर संज्ञान लिया है और कल हमें एक मसौदा दिया जाएगा, जिस पर हम विचार-विमर्श करेंगे।”
दूसरी ओर शिरोमणि अकाली दल (SAD) के कार्यकर्ता गुरशरण सिंह ने कहा हमने पंजाब के अधिक से अधिक लोगों को आंदोलन में शामिल होने और इसे और मजबूत करने के लिए प्रोत्साहित करना शुरू किया है। हम स्थानीय युवाओं और हमारे प्रवासी भारतीयों की मदद से ऐसा कर रहे हैं।
पंजाब के शिरोमणि अकाली दल के कार्यकर्ता आज केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन में शामिल होने के लिए दिल्ली जा रहे किसानों को दिल्ली-अमृतसर राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक पेट्रोल पंप पर मुफ्त डीजल मुहैया करा रहे हैं।