
नई दिल्ली। हाड़ कंपा देने वाली ठंड में प्रदर्शन कर रहे किसान आंदोलन का आज 22वां दिन है। इसके बावजूद उनका हौसला नहीं टूटा है।
किसानों का कहना है कि चाहे ठंड पड़े या बारिश जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं होंगी हम वापस नहीं जाएंगे।
वहीँ दिल्ली हाईकोर्ट ने राजधानी की तमाम सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे किसानों को लेकर डाली गई जनहित याचिका की सुनवाई से इनकार कर दिया है।
उच्च न्यायालय ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट इस मामले में पहले ही सुनवाई कर रही है ऐसे में उसकी सुनवाई करने का कोई मतलब नहीं है।
दूसरी तरफ बुधवार की सुनवाई के बाद सुप्रीम कोर्ट आज फिर किसान आंदोलन से जुड़ी याचिकाओं पर सुनवाई कर रहा है।
कल किसानों के समर्थन में संत बाबा राम सिंह ने खुदकुशी कर ली, वहीँ आज टिकरी बॉर्डर पर एक किसान जय सिंह की ठंड से मौत हो गई है।
वह हरियाणा के रहने वाले थे। किसान कह रहे हैं कि अब तो वह बिना अपनी मांगें पूरी किए वापस नहीं जाएंगे।
चिल्ला बॉर्डर पर किसान यूनियन अंबावत के लोगों को धरनास्थल पर जाने से पुलिस रोक रही है। पुलिस किसानों को समझाने की कोशिश कर रही है।
अंबावत यूनियन ने आज चिल्ला बॉर्डर पर नोएडा से दिल्ली जाने वाले रास्ते को भी बंद करने का एलान किया है।