ब्रिटेन: खालसा टीवी पर लगा 50,000 पाउंड का जुर्माना, आतंकवाद के लिए उकसाने का आरोप

लंदन। ब्रिटेन सरकार द्वारा स्वीकृत मीडिया नियामक प्राधिकरण ‘संचार कार्यालय’ (ऑफकॉम) ने खालसा टीवी (केटीवी) पर 50,000 पाउंड का जुर्माना लगाया है। 

यह जुर्माना देश के सिख समुदाय को हिंसा और आतंकवाद के लिए परोक्ष रूप से उकसाने, भारत में हिंसक घटनाओं की वकालत करने और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की फोटो दिखाए जाने पर लगाया गया है। 

खालसा टीवी (केटीवी) पर हिंसा और आतंकवाद के लिए परोक्ष रूप से उकसाने के मकसद से एक संगीत वीडियो और एक परिचर्चा कार्यक्रम प्रसारित करने के मामले में यह जुर्माना लगाया गया है।

ऑफकॉम ने शुक्रवार को इस संबंध में आदेश जारी किया, जो फरवरी और नवंबर 2019 की जांच के परिणाम पर आधारित है। आदेश में कहा गया कि केटीवी उसकी जांच को लेकर कार्यालय का बयान प्रसारित करे और इस तरह के संगीत वीडियो या परिचर्चा कार्यक्रम का प्रसारण फिर न करे।

वर्ष 2018 में चार, सात और नौ जुलाई को केटीवी ने ‘बग्गा एंड शेरा’ गाने के लिए एक संगीत वीडियो प्रसारित किया था। संचार कार्यालय ने पाया कि संगीत वीडियो ब्रिटेन में रहने वाले सिखों से हत्या समेत हिंसा करने का परोक्ष आह्वान कर रहा है। टीवी पर प्रसारित की जा रही सामग्री से दर्शकों को प्रभावित करने की कोशिश की जा रही थी, जो प्रसारण नियमों का उल्लंघन है।

भारत में हिंसा फैलाने पर जोर 

केटीवी ब्रिटेन में सिख समुदाय का बड़ा टेलीविजन चैनल है। संचार कार्यालय को संगीत वीडियो और परिचर्चा कार्यक्रम को लेकर कई शिकायतें मिली थीं, जिसके बाद उसने जांच शुरू की। इस वीडियो में भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की तस्वीर थी।

इस बारे में संचार कार्यालय ने कहा है कि वीडियो में भारतीय राज्य के खिलाफ हिंसक कृत्य की वकालत करने पर जोर दिया गया था। परिचर्चा कार्यक्रम पंजाबी में था, संचार कार्यालय को उसका अंग्रेजी में अनुवाद कराना पड़ा।

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