
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान कृषि कानून के खिलाफ आंदोलन से लेकर विपक्ष की हर बात का जवाब दिया।
पीएम मोदी ने कहा कि आंदोलन करने वाले किसानों से सरकार की वार्ता जारी है। विपक्ष को लोकतंत्र समझने की जरूरत है। पीएम मोदी ने अपने भाषण में एक बार फिर किसानों को यह आश्वासन दिया कि न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी खत्म नहीं होगी। उन्होंने किसानों से आंदोलन खत्म करने की भी अपील की।
पीएम मोदी ने कहा भारत की युवा शक्ति पर हम जितना जोर लगाएंगे, हम जितने अवसर उनको देंगे, वो उतना ही हमारे देश के उज्ज्वल भविष्य के लिए मजबूत नींव बनेंगे। उन्होंने कहा गांव और शहर की खाई को अगर हमें पाटना है तो उसके लिए आत्मनिर्भर भारत की ओर बढ़ना होगा
पीएम मोदी ने कहा श्रमजीवी, बुद्धजीवी के बाद नई जमात सामने आई है आंदोलनजीवी। स्टूडेंट हो या कोई भी आंदोलन हो वहां शामिल हो जाते हैं। ये आंदोलनजीवी परजीवी होते हैं। जहां-जहां सरकार चलाते होंगे वहां यह नजर आते होंगे। नया एफडीआई आया है?नया एफडीआई यानी फारेन डिस्ट्रक्टिव एक्टिविटी। देश को इससे बचना होगा।
पीएम ने कहा कुछ लोग हैं जो भारत को अस्थिर-अशांत देखना चाहते हैं। हमें नहीं भूलना चाहिए कि पंजाब के साथ क्या हुआ। आजादी मिली तो सबसे ज्यादा पंजाब को नुकसान हुआ।
इसके पीछे कौन ताकतें हैं, हर सरकार ने इसको जाना है, परखा है और जांचा है। कुछ लोग हमारे सिख भाइयों के दिमाग में गलत चीजें भरने में लगे हैं। ये देश हर सिख भाई पर गर्व करता है। देश के लिए क्या कुछ नहीं किया उन्होंने।
उन्होंने कहा दूध उत्पादन किन्हीं बंधनों में बंधा हुआ नहीं है। दूध के क्षेत्र में प्राइवेट या को-ऑपरेटिव दोनों मिलकर कार्य कर रहे हैं। पशुपालकों जैसी आजादी, अनाज और दाल पैदा करने वाले छोटे और सीमांत किसानों को क्यों नहीं मिलनी चाहिए?
कृषि कानूनों पर विपक्ष के विरोध की तुलना पीएम मोदी ने शादी में नाराज होने वाले रिश्तेदारों से की। उन्होंने कहा जब इतना बड़ा परिवार है तो यह सब लगा रहता है।
पीएम मोदी ने कृषि कानून पर विपक्ष के विरोध को लेकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कई राजनीतिज्ञ यू-टर्न मार रहे हैं। सियासत हावी तो अपने विचार छूट जाते हैं। मनमोहन सिंह ने एक बाजार की बात की थी।