नई दिल्ली। अयोध्या में बनने वाले भव्य राम मंदिर के लिए ‘निधि समर्पण अभियान’ की शुरुआत आज राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद की शुभकामना व उनके द्वारा दिए गए समर्पण निधि के साथ हुई।
देश के प्रथम नागरिक राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने श्री राम जन्मभूमि मन्दिर निधि समर्पण अभियान का 5 लाख एक सौ रुपये देकर शुभारंभ किया।
इसके हेतु आज राष्ट्रपति से मिलने के लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट, विश्व हिंदू परिषद व राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का एक प्रतिनिधिमंडल गया था।
बता दें कि राम मंदिर निर्माण के लिए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद चंदा देने वाले पहले सहयोगी हैं। विहिप के कार्याध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा कि अभियान के लिए शुभकामना लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी समय मांगा गया है।
राम मंदिर निर्माण के लिए देशभर के 5 लाख से अधिक गांवों में रहने वाले 12 करोड़ से भी ज्यादा परिवारों के साथ विहिप कार्यकर्ता संपर्क करेंगे और चंदा मांगेंगे।
भूमिपूजन के बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ट्वीट किया था, ‘ राम-मंदिर निर्माण के शुभारंभ पर सभी को बधाई! मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु राम के मंदिर का निर्माण न्याय प्रक्रिया के अनुरूप तथा जनसाधारण के उत्साह व सामाजिक सौहार्द के संबल से हो रहा है।’
उन्होंने कहा,’मुझे विश्वास है कि मंदिर परिसर, रामराज्य के आदर्शों पर आधारित आधुनिक भारत का प्रतीक बनेगा।’
सुप्रीम कोर्ट ने 2019 में इस दशकों पुराने विवाद का समाधान करते हुए अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त कर दिया।
मंदिर निर्माण के लिए पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूमि पूजन किया था जिसमें उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और आरएसएस प्रमुख डॉ. मोहन भागवत भी मौजूद थे।