
प्रयागराज। प्रयागराज में माघ मेले के तीसरे प्रमुख स्नानपर्व मौनी अमावस्या पर कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा संगम तट पर पहुंचकर नाव से उस पार गईं।
उन्होंने संगम में डुबकी लगाई और पूजन भी किया। प्रियंका गांधी वाड्रा खुद ही नाव चलाते हुए घाट पर पहुंचीं और नाविक को दो हजार रुपये दिए।
इसी बीच भीड़ में से नैनी निवासी छात्रा सीमा सिंह ने जब आवाज दी तो प्रियंका सुरक्षा घेरे को तोड़ते हुए उसके पास पहुंच गईं और बातचीत करते हुए उसे अपने साथ अपनी गाड़ी तक ले आईं।
वह संगम पर समय बिताने के बाद दोपहर का भोजन भी यहीं मनकामेश्वर में कर सकती हैं। इससे पहले फूड इंस्पेक्टर ने भोजन का निरीक्षण किया। वह शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती से वार्ता भी कर सकती हैं।
इससे पूर्व प्रियंका गांधी आनंद भवन पहुंचीं। वहां कांग्रेस के नेताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया। उनके साथ उनकी बेटी भी थीं। गेट पर भारी भीड़ को देखते हुए आनंद भवन के गेट को खोल दिया गया। कार्यकर्ता भी भीतर घुस गए थे, जिन्हें बाद में रोका गया।
आनंद भवन पहुंचकर प्रियंका ने अपने परदादा और देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के अस्थिस्थल पर पुष्प अर्पित कर उन्हें याद किया। इसके बाद वो अनाथ बच्चियों से मिलीं और काफी देर तक उनसे बात की।
प्रियंका के प्रयागराज पहुंचने की खबर से पुलिस का हाल ज्यादा बुरा हो गया और उन्हें ट्रैफिक नियंत्रण में काफी परेशानी आई।