
दिवाली से चार दिन पहले आती है रमा एकादशी
कार्तिक मास की एकादशी को रमा एकादशी का व्रत रखा जाता है। यह तिथि इस बार 11 नवंबर की रात 3 बजे शुरू होगी और 12 नवंबर तक रहेगी।
इस दिन महालक्ष्मी की पूजा करने का विधान है। रमा एकादशी के दिन व्रत और पूजा करने से मां लक्ष्मी के साथ भगवान विष्णु की भी कृपा मिलती है। माता लक्ष्मी के नाम रमा पर इस एकादशी का नाम रमा एकादशी पड़ा।
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आपको बता दें कि रमा एकादशी दिवाली से चार दिन पहले आती है। इसलिए इस एकादशी की पूजा के साथ ही दिवाली का उत्सव भी शुरू हो जाता है।
हिंदू शास्त्रों में एकादशी को शुभ तिथियों में से एक माना गया है। यह एक महत्वपूर्ण एकादशी हैं क्योंकि माता लक्ष्मी की पूजा भगवान विष्णु के साथ कुछ ही एकादशी पर की जाती है।
ऐसी मान्यता है कि एकादशी का व्रत एक दिन पहले से ही शुरू होता है इसलिए दशमी के दिन सूर्यास्त से पहले भोजन ग्रहण कर लेना चाहिए।
एकादशी पर सुबह भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है। इसके बाद पूरे दिन अन्न ग्रहण नहीं किया जाता है। व्रत का पारण अगले दिन किया जाता है।