
इटावा/कानपुर। उप्र पंचायत चुनाव के लिए इटावा जिले की आरक्षण सूची जारी कर दी गई है। सूची में सैफई ब्लॉक प्रमुख पद अनारक्षित हो गया है।
यहां 25 साल से काबिज प्रमुख के पद पर मुलायम सिंह यादव के परिवार की दावेदारी बरकरार रहेगी। बता दें कि 2 मार्च को जारी आरक्षण में ये सीट हुई थी एससी महिला के लिए आरक्षित हो गई थी।
पिछले दिनों जो आरक्षण जारी किया गया था उसमें भी इटावा जिला पंचायत अध्यक्ष का पद ओबीसी के लिए आरक्षित किया गया था। इसमें कोई परिवर्तन नहीं हुआ है। इस पद के आरक्षण के बाद यह साफ हो गया है कि जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर मुलायम परिवार की दावेदारी बनी रहेगी।
फिलहाल पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के चचेरे भाई अभिषेक यादव अंशुल जिला पंचायत अध्यक्ष रहे हैं। आरक्षण को लेकर काफी गहमा-गहमी चल रही थी।
पहले जिला पंचायत अध्यक्ष पद का जो आरक्षण हुआ था उसके हिसाब से इटावा जिला पंचायत अध्यक्ष का पद ओबीसी के लिए आरक्षित किया गया था लेकिन हाईकोर्ट के निर्देश के बाद इसमें परिवर्तन की संभावना बन गई थी। इसके चलते पहले के दावेदार के अतिरिक्त कुछ नए दावेदार भी उभरकर सामने आए थे।
विकास दुबे के गांव बिकरू की सीट हुई एससी
कुख्यात अपराधी विकास दुबे के गांव बिकरू की ग्राम पंचायत का प्रतिनिधित्व अब एससी वर्ग का प्रधान करेगा। पिछले चुनाव में यहां से विकास के छोटे भाई दीपप्रकाश की पत्नी अंजली दुबे निर्विरोध चुनी गईं थीं।
अनारक्षित होने के बावजूद किसी भी व्यक्ति ने इस सीट पर दावेदारी नहीं दिखाई थी। इससे पहले दो मार्च को जारी आरक्षण सूची में यह सीट ओबीसी कोटे में गई थी।