एग्जिट पोल के नतीजों से उत्साहित राजद कार्यकर्ताओं ने तेजस्वी यादव को बना दिया सीएम

देश के किसी भी राज्य के सबसे युवा मुख्यमंत्री होंगे तेजस्वी यादव

नई दिल्ली। राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव का आज जन्मदिन है। राजद कार्यकर्ताओं व समर्थकों ने ‘बिहार के होने वाले युवा मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव’ लिखे हुए पोस्टरों से पूरे पटना को पाट दिया है।

दरअसल तीसरे और आख़िरी चरण में मतदान के बाद बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर जारी सभी एग्जिट पोल में राष्ट्रीय जनता दल नीत महागठबंधन को बहुमत मिलता दिखाई दे रहा है।

यह भी पढ़ें

इस बार भी जेल में ही बीतेगी लालू प्रसाद की दिवाली और छठ

नीतीश कुमार का राजनीति से संन्या्स का ऐलान, कहा ये मेरा आखिरी चुनाव

इसी वजह से अति उत्साहित राजद कार्यकर्ताओं ने अभी से ही तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री मान लिया है।  

राजद नेता और उनके समर्थक तेजस्वी को बिहार का होने वाले मुख्यमंत्री कहकर बधाई दे रहे हैं। पटना की सड़कों पर कुछ इसी तरह के पोस्टर लगे हुए हैं।

जिनपर लिखा है- बिहार के होने वाले युवा मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव तो उनके जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं। इन पोस्टरों में राबड़ी देवी और लालू यादव की तस्वीर भी है।

बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर जारी एग्जिट पोल के आंकड़े अगर नतीजों में तब्दील होते हैं तो तेजस्वी को बर्थडे का यादगार, शानदार और ऐतिहासिक तोहफा मिलेगा।

बता दें कि तेजस्वी अगर बिहार के मुख्यमंत्री बनते हैं तो फिर वे अबतक किसी भी राज्य के सबसे युवा मुख्यमंत्री बनकर देश में इतिहास बनाएंगे। 9 नवंबर, 1989 को जन्मे तेजस्वी यादव आज 31 साल के हो गए।

एग्जिट पोल के नतीजे अगर वास्तविकता में तब्दील होते हैं तो तेजस्वी पूरे देश में किसी भी राज्य के सबसे कम उम्र (31 साल) के मुख्यमंत्री बन जाएंगे।

हालांकि, इससे पहले एमओएच फारुक 29 साल की उम्र में पुडुचेरी के मुख्यमंत्री बने थे, लेकिन पुडुचेरी केंद्र शासित प्रदेश है।

इससे पहले 1968 में बिहार में मुख्यमंत्री बने सतीश प्रसाद सिंह 32 साल की उम्र में सीएम बने थे। ऐसे में 31 साल की उम्र में सीएम बन तेजस्वी इतिहास रचेंगे।

बिहार में चुनाव आयोग द्वारा राज्य के सभी 38 जिलों में 55 मतगणना केंद्र बनाए गए हैं। इन केंद्रों पर एक साथ सुबह आठ बजे से मतगणना की प्रक्रिया शुरू होगी।

निर्वाचन विभाग के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार सभी मतगणना केंद्रों में आयोग के निर्देशानुसार निर्वाची पदाधिकारी व सहायक निर्वाची पदाधिकारी की तैनाती की गयी है।

इनके अतिरिक्त प्रत्येक केंद्र पर माइक्रो ऑब्जर्वर भी तैनात रहेंगे। चूंकि चुनाव आयोग के निर्देशानुसार एक हॉल में सात टेबुल पर ही मतगणना की जाएगी। साथ ही, दूसरे समीप के हॉल में सात अन्य टेबुल पर मतगणना की प्रक्रिया होगी।

पहले एक हॉल में ही 14 टेबिल लगते थे, लेकिन कोरोना के कारण दो हॉल में सात-सात टेबिल रखे जाएंगे। मुख्य हॉल में निर्वाची पदाधिकारी एवं दूसरे हॉल में सहायक निर्वाची पदाधिकारी तैनात रहेंगे।

शुरुआती दो घंटे में बैलेट वोटों की गिनती की जाएगी। इसके रुझान सबसे पहले सामने आएंगे। हालांकि ईवीएम के वोटरों की गिनती शुरू होने के बाद रुझान में काफी उतार-चढ़ाव की संभावना बनी रहेगी। पहले जहां रात आठ बजे तक परिणाम आ जाते थे, वहीं इस बार इसमें देरी होगी।

Add a Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *