
नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी और टीएमसी में शह मात का सियासी खेल शुरू हो चुका है। अपने नेताओं के पार्टी छोड़ बीजेपी में शामिल होने से आहत टीएमसी ने भाजपा को बड़ा झटका दिया है।
सोमवार को बीजेपी सांसद सौमित्र खान की पत्नी सुजाता मंडल भाजपा छोड़कर ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) में शामिल हो गईं हैं। सुजाता ने आज तृणमूल कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की।
टीएमसी में शामिल होने के बाद सुजाता मंडल ने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि मैं एक तपशील जनजाति से आने वाली दलित महिला हूं। बीजेपी और अपने पति के लिए लड़ाई लड़ी थी। हमे टिकट मिला और जीत भी हासिल हुई।
सुजाता ने आगे कहा कि बीजेपी में अब केवल अवसरवादियों को जगह मिल रही है। सुजाता ने कोलकाता में हुए एक कार्यक्रम के दौरान वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में टीएमसी की सदस्यता लीं।
सुजाता का दावा है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में अपने पति को जिताने के लिए कई जोखिम उठाने के बावजूद उन्हें वाजिब पहचान नहीं मिली।
सुजाता मंडल ने आरोप लगाया कि भाजपा में ‘नए-नए शामिल हुए, बेमेल और भ्रष्ट नेताओं’ को निष्ठावानों से ज्यादा तरजीह मिल रही है।
टीएमसी सांसद सौगत रॉय और पार्टी प्रवक्ता कुणाल घोष की मौजूदगी में तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने के बाद सुजाता मंडल ने कहा,
पति के संसद के लिए निर्वाचित कराने के वास्ते शारीरिक हमले झेलने समेत काफी बलिदान देने के बावजूद मुझे बदले में कुछ नहीं मिला। मैं हम सबकी प्रिय नेता ममता बनर्जी और हमारे दादा अभिषेक बनर्जी के मातहत काम करना चाहती हूं।