इस बार शिवयोग में मनेगी महाशिवरात्रि, यहां जानिए पूजन का मुहूर्त

नई दिल्ली। हिंदी महीने फाल्गुन मास की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। तदनुसार भगवान शिव की आराधना का पर्व महाशिवरात्रि इस साल 11 मार्च को मनाया जाएगा।

ग्रहों की स्थिति की बात करें तो इस बार महाशिवरात्रि पर चंद्रमा मकर राशि और सूर्य कुंभ राशि में रहेंगे। इसलिए इस बार महाशिवरात्रि शिवयोग में मनाई जाएगी।

कहते हैं कि महाशिवरात्रि पर भगवान शिव की चार पहर पूजा की जाती है। ऐसा कहा जाता है कि अलग-अलग पहर में भगवान शिव की पूजा से भगवान प्रसन्न होते हैं। 

महाशिवरात्रि को रात्रि के चारों पहरों में पृथक पूजन का भी विशेष विधान है-

  1. प्रथम पहर में दूध से स्नान तथा ‘ॐ ह्रीं ईशानाय नम:’ का जाप करें।
  2. द्वितीय पहर में दधि स्नान करके ‘ॐ ह्रीं अघोराय नम:’ का जाप करें।
  3. तृतीय पहर में घृत स्नान एवं मंत्र ‘ॐ ह्रीं वामदेवाय नम:’ का जाप करें।
  4. चतुर्थ पहर में मधु स्नान एवं ‘ॐ ह्रीं सद्योजाताय नम:’ मंत्र का जाप करें।

महाशिवरात्रि 2021 शुभ मुहूर्त-

निशीथ काल पूजा मुहूर्त :24:06:41 से 24:55:14 तक।

अवधि :0 घंटे 48 मिनट।

महाशिवरात्रि पारण मुहूर्त :06:36:06 से 15:04:32 तक।

शिवलिंग पर जलाभिषेक करने का सही तरीका

1.सबसे पहले शिवलिंग पर गंगाजल चढ़ाएं।

2.इसके बाद पंचामृत चढ़ाएं। फिर दूध, दही, शहद, घी, शक्कर चढ़ा दें और फिर गंगाजल से स्नान करा कराएं।

3.इसके बाद शिवलिंग में चंदन का लेप, बेलपत्र, कनेर, श्वेतार्क, सफेद आखा, धतूरा, कमलगट्टा, गुलाब, नील कमल , पान आदि चढ़ा दें।

4.जलाभिषेक करते समय भगवान शिव के मंत्र या फिर सिर्फ ‘ऊं नम: शिवाय’ का जाप करते रहें।

5.इसके बाद दीपक, अगरबत्ती जलाकर कर आरती कर दें। आरती करने के बाद भगवान शिव के सामने अपनी भूल-चूक के लिए माफी भी मांग लें।

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