उप्र पंचायत चुनाव: हिंसक घटनाएं रोकने के लिए आरोपितों का हो रहा है सत्यापन

कानपुर (उप्र)। गाँव की सरकार बनाने के लिए होने वाले चुनाव में हिंसक घटनाओं को रोकने के लिए पुलिस ने रणनीति बनानी शुरू कर दी है। कानपुर शहर से जुड़े गांवों का सूक्ष्‍म परीक्षण करने के अलावा पिछले चुनावों में हुई हिंसक घटनाओं में नामजद आरोपितों का सत्यापन कराया जा रहा है।

अवैध शराब और असलहों पर भी पुलिस की नजर रहेगी। इसके लिए कटरी क्षेत्र में गश्त बढ़ा दी गई है। ग्रामीण इलाकों के अलावा शहर के कोहना, ग्वालटोली, नवाबगंज, पनकी और बिठूर थाना क्षेत्र में 84 गांव है जहां पर प्रधानी के चुनाव होंगे।

एसपी पश्चिमी डा. अनिल कुमार ने बताया कि इन सभी गांवों में बीते तीन बार के प्रधानी चुनाव में हिंसक मामलों में दर्ज हुई रिपोर्ट्स का आंकलन किया जा रहा है। इन रिपोर्ट्स में जो नामजद किए गए थे, वह वर्तमान में कहां है और क्या कर रहे हैं इसके बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है।

शराब और असलहों के लेकर पकड़े गए आरोपितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। चौकी इंचार्ज और बीट प्रभारियों की गश्त और ग्रामीण लोगों से मेलजोल बढ़ाने के साथ उनसे सूचनाएं निकलवाने के लिए कहा गया है।

डा. अनिल कुमार का कहना है प्रधानी चुनाव में हिंसा न हो इसके लिए पूरी सतर्कता बरती जा रही है। किसी भी सूरत में अराजकता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। पुराने सभी आरोपितों को सत्यापित कराया जा रहा है। इनको पाबंद कराने की कार्रवाई जल्द शुरू करा दी जाएगी।

नवाबगंज सबसे अधिक संवेदनशील

नवाबगंज थानाक्षेत्र को सबसे अधिक संवेदनशील माना गया है। इसमें ग्राम पंचायत कटरी शंकरपुर सराय हैं जिससे हाल ही में पुलिस ने बड़े भू माफिया प्रधान पति रामदास को जेल भेजा था। यहीं पर जमीनों को लेकर सबसे ज्यादा विवाद भी हुए हैं।

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