
लखनऊ। आज हमारा देश कोरोना महामारी के खिलाफ जंग जीतने के करीब है। यह जंग आसान नही थी, इसको आसान बनाया उन तमाम लोगों ने जिन्हें आज हम कोरोना योद्धा के नाम से जानते हैं। इन्ही कुछ कोरोना योद्धाओं को आज राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने एक होटल में सम्मानित किया।
कोरोना योद्धा के रूप में सम्मानित होने वाले सवारिआ इंडस्ट्रीज प्रा.लि. के राजू अग्रवाल की आटा, मैदा, सूजी, दलिया एवं बेसन आदि का उत्पादन करने वाली फैक्ट्री कोरोना काल में एक दिन भी बंद नहीं रही।
इन जीवनोपयोगी वस्तुओं की इस समय सबसे ज्यादा जरूरत थी। इस दौरान राजू अग्रवाल ने न तो किसी श्रमिक को निकाला और न ही वेतन कटौती की।
इसके अलावा मुख्यमत्री पीड़ित सहायता कोष में भी यथासंभव योगदान दिया। साथ ही कोरोना की सबसे ज्यादा मार झेलने वाले अप्रवासी मजदूरों के लिए लखनऊ में कई स्थानों पर खाने के स्टाल लगवाए। प्रतिदिन 1000पैकेट राहत सामग्री किट बंटवाई जिसमे सभी जीवनोपयोगी वस्तुए मौजूद थीं।
राजू अग्रवाल का कथन है कि मुसीबत के इस समय में जिससे जो बन पड़ा उसने देश के लिए किया। हमने भी जो किया अपना फ़र्ज़ समझकर किया। ये सम्मान और ज्यादा करने को प्रेरित करेगा।
इस अवसर पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कोरोना महामारी के भीषण दौर में भारत ने पूरी दुनिया को दिखा दिया कि हमारी ताकत क्या है।
जब दुनिया के बड़े और विकसित देश महामारी से त्राहिमाम कर रहे थे, भारत में संक्रमण की दर सबसे कम थी जो आज भी सबसे कम है।
राज्यपाल ने कहा भारत की जनता और समाज के लिए सर्वस्व न्योछावर करने का इरादा रखने वाले इन जैसे तमाम कोरोना योद्धाओं ने महामारी की इस बेहद कठिन लड़ाई को जीतने में अपना महती योगदान दिया है। इनका सम्मान करके मैं स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रही हूँ।