कोरोना का असर: लखनऊ के खाटू श्याम मंदिर में इस बार नहीं होगी फूलों की होली

Khatu Shyam Mandir, Lucknow

लखनऊ। श्री श्याम परिवार लखनऊ की ओर से बीरबल साहनी मार्ग स्थित खाटू श्याम मंदिर मे हर वर्ष होने वाली ऐतिहासिक फूलों की होली का कार्यक्रम इस बार नहीं होगा। होली के दिन 29 मार्च को सिर्फ श्याम प्रभु के दर्शन किए जा सकते हैं।

फागुन उत्सव संयोजक प्रशांत डालमिया ने बताया कि जिस प्रकार कोरोना फैल रहा है उसे देखते हुए संस्था द्वारा फूलों की होली का कार्यक्रम स्थगित करना पड़ा। उन्होंने बताया कि 29 मार्च को होली के दिन प्रातः 8:30 बजे भगवान की आरती होने के पश्चात मंदिर के कपाट बंद कर दिए जाएंगे।

शाम 4:30 बजे से रात्रि 10 बजे तक मंदिर के पट खुले रहेंगे। उस दौरान लोग श्याम प्रभु के दर्शन कर सकते हैं। उन्होंने समस्त श्याम भक्तों से सहयोग करने की अपील की है। उन्होंने बताया कि श्री श्याम परिवार लखनऊ शासन द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुसार ऐसा निर्णय लिया गया है।

खाटू मेला का समापन

श्री श्याम परिवार लखनऊ की ओर से बीरबल साहनी मार्ग स्थित खाटू श्याम मंदिर में चल रहे चार दिवसीय खाटू मेला का आज शुक्रवार को समापन हो गया। समापन से पूर्व बड़ी संख्या में भक्तों ने श्याम बाबा के दरबार में अपने परिवार की खुशहाली की कामना की और अपने गंतव्य की ओर लौट गए।

मेले में अंतिम दिन जमकर खरीदारी की। लोगों ने झूले का ऊंट की सवारी का आनंद लिया तो घरेलू महिलाएं वस्तुओं के साथ सौंदर्य प्रसाधन सामग्री, कपडे, खान पान सामग्री की जमकर खरीदारी करने में व्यस्त नजर आई।

मेले में श्याम बाबा के साथ सेल्फी लेने के लिए सेल्फी प्वाइंट बनाये गये, इसके अलावा 40-45 स्टाल पर स्टालो में जयपुर के पापड, बेलपूडी, बुटीक के अलावा राजस्थान के स्वादिष्ट व्यंजनों के अलावा विभिन्न प्रकार की घरेलू सामग्री के स्टाल थे। मेले में हजारों की संख्या में लोग रोजाना आते थे।

चार दिनों से चल रहे मेले का आनन्द के साथ साथ मन्दिर मे  फागुनोत्सव का आनन्द भी लिया। 23 मार्च से शुरु हुये उत्सव के पहले दिन भक्तों को निशान यात्रा का अवसर प्रदान हुआ।

अगले दिन 24 मार्च को कोलकाता के कई भजन गायको के भजन सुनने को मिले तो 24 मार्च को नृत्य नाटिका करमा बाई का खिखडा और डाकिया डाक लाया कि प्रस्तुति ने लोगों झकझोर दिया।

इस सफल आयोजन में मुख्य रुप से श्री श्याम परिवार लखऊ व फागुनोत्सव संयोजक प्रशांत डालमिया, राधेमोहन अग्रवाल, अजय झुनझुनवाला, प्रदीप अग्रवाल, विजय अग्रवाल, गोविन्द अग्रवाल, सुधीर खेतान, वीरेन्द्र अग्रवाल, रूपेश अग्रवाल, शिव सिघानिया,

नीलेश अग्रवाल, विनोद अग्रवाल, महावीर प्रसाद अग्रवाल, गणेश प्रसाद अग्रवाल, अंकुर अग्रवाल, सुधीर कुमार गर्ग, सत्य नारायण अग्रवाल, राधेश्याम अग्रवाल, भारत भूषण गुप्ता, मदन लाल जिन्दल आदि का भरपूर सहयोग रहा।

Add a Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *