
गुवाहाटी। असम में दो चरणों के विधानसभा चुनाव हो चुके हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी छह अप्रैल को होने वाले मतदान से पहले आज तामुलपुर में भाजपा उम्मीदवारों के पक्ष में एक रैली को संबोधित करने पहुंचे।
वोट देने की अपील के साथ ही वह कांग्रेस पार्टी पर भी जमकर बरसे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा असम की पहचान का बार-बार अपमान करने वाले लोग यहां की जनता को बर्दाश्त नहीं हैं।
असम को दशकों तक हिंसा और अस्थिरता देने वाले, अब असम के लोगों को अब एक पल भी स्वीकार नहीं हैं।
असम के लोग विकास, स्थिरता, शांति, भाईचारा, सद्भावना के साथ हैं।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण की प्रमुख बातें
मेरे राजनीतिक अनुभव के आधार पर मैं कहता हूं कि असम में एक बार फिर आप लोगों ने NDA सरकार बनाना तय कर लिया है।
असम में हो रहा विकास यहां पर कनेक्टिविटी बढ़ा रहा है।
असम में हो रहा विकास यहां पर लोगों का, महिलाओं का जीवन आसान बना रहा है।
हम जब भी कोई योजना बनाते हैं, तो सबके लिए बनाते हैं।
हर क्षेत्र के लोगों को, हर वर्ग के लोगों तक, बिना भेदभाव,
बिना पक्षपात, उस योजना का लाभ पहुंचाने के लिए हम कड़ी मेहनत करते हैं।
देश में कुछ बातें ऐसी गलत चल रही हैं, अगर हम समाज में भेदभाव करके,
समाज के टुकड़े करके अपने वोटबैंक के लिए कुछ दे दें, तो दुर्भाग्य देखिए, उसे देश में सेक्युलरिज्म कहा जाता है
लेकिन अगर सबके लिए काम करें, बिना भेदभाव के सबको देते हैं, तो कहते हैं कि ये कम्युनल हैं।
सेक्यूलरिज्म-कम्यूनिज्म के इस खेल ने देश का बहुत नुकसान किया है।
हम परिश्रम करने वाले लोग हैं, समाज की सेवा के लिए दिन-रात एक करने वाले लोग हैं, विकास के लिए ईमानदारी से काम करने वाले लोग हैं।
आज गरीबों को पक्का घर मिल रहा है, तो हर वर्ग, हर जनजाति के गरीबों को मिल रहा है।
शौचालय मिला, तो भी बिना भेदभाव के सभी को मिला।
गैस कनेक्शन मिला, तो बिना भेदभाव के सभी को मिला।
NDA सरकार मानती है कि किसी भी क्षेत्र के लोगों का विकास भेदभाव से नहीं, सद्भाव से होता है।
इसी सद्भावना का परिणाम है कि लंबे इंतज़ार के बाद ऐतिहासिक बोडो अकॉर्ड तक हम पहुंच पाए।
अनेक माताओं के आंसू पोंछनें, अनेक बहनों की पीड़ा को दूर करने के लिए हम सभी ने मिलकर प्रयास किया।
मैं यहां की माताओं- बहनों को विश्वास दिलाता हूं कि आपके बेटे के सपने पूरे करने के लिए हम लगे रहेंगे।
आपके बच्चों को बंदूक न उठानी पड़े,
उन्हें जंगलों में जिंदगी न गुजारनी पड़े,
उन्हें किसी की गोली का शिकार न होना पड़े,
इसके लिए एनडीए सरकार प्रतिबद्ध है।