वैक्सीनेशन: उप्र में अतिसंवेदनशील बूथ जैसी सुरक्षा में रहेगा प्रत्येक टीकाकरण केंद्र

लखनऊ। कोरोना वैक्सीन उपलब्ध होने की ख़बरों की बीच देश के सभी राज्यों ने अपनी अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। सबसे अधिक आबादी वाला राज्य होने के नाते उप्र ने भी वैक्सीनेशन के लिए कमर कस ली है।  

प्रदेश में कोरोना वैक्सीन की सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम किए जा रहे है। ईवीएम की तरह की वैक्सीन को पुलिस सुरक्षा में टीकाकरण केंद्र तक पहुंचाया जाएगा।

चुनाव में तो कुछ ही बूथ अतिसंवेदनशील होते हैं लेकिन कोरोना टीकाकरण का प्रत्येक केंद्र अतिसंवेदनशील बूथ की तरह सुरक्षा में रहेगा।

साथ ही कोरोना वैक्सीन के लिए बनाए गए करीब 1300 कोल्ड चेन प्वॉइंट सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में रहेंगे। प्रदेश की सीमा में पहुंचते ही वैक्सीन पुलिस की निगरानी में आ जाएगी।

प्रदेश सरकार ने वैक्सीन के प्रदेश की सीमा से टीकाकरण केंद्र तक पहुंचाने का रोड मैप तैयार कर लिया है। इसके लिए सभी जिलों के डीएम को सीसीटीवी की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं।

कई जिलों में सीसीटीवी कैमरे लगाने का कार्य भी शुरू हो गया है। इसके अलावा कोल्ड चेन प्वॉइंट पर मैनपावर और पावर बैकअप भी रखा जाएगा।

सेवानिवृत्त डॉक्टर व पैरामेडिकल देंगे सपोर्ट

टीकाकरण की तैयारियों को पुख्ता बनाने के लिए वैक्सीनेटर्स टीका लगाने वालों की संख्या को भी बढ़ाया जा रहा है।

सरकारी और निजी दोनों ही सेवाओं से वैक्सीनेटर्स को लिया जा रहा है। कर्मचारियों की कमी न हो इसके लिए सेवानिवृत्त स्वास्थ्य कर्मियों का बैकअप रखा जाएगा।

वैक्सीनेटर्स के रूप में एमबीबीएस, बीडीएस,  स्टाफ नर्स बीएससी नर्सिंग, एएनएम, जीएनएम, फार्मासिस्ट को प्रशिक्षित कर रहा है।

नर्सिंग छात्र-छात्राएं व इंटर्न, मेडिकल छात्र-छात्राएं व इंटर्न को भी टीकाकरण कार्यक्रम से जोड़ा गया है। इसके अलावा अधिकारियों ने स्वयं सेवकों को भी प्रशिक्षित करने की सलाह दी है। 

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