Jammu Kashmir Kishtwar Cloudburst: किश्तवाड़ जम्मू में मचैल माता यात्रा मार्ग पर चिशौती में बादल फटने से भारी तबाही हुई है जिसमें 12 लोगों की मौत हो गई है। जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने गृह मंत्री अमित शाह को हालात की जानकारी दी।
Jammu Kashmir Kishtwar Cloudburst: जम्मू कश्मीर के किश्तवाड़ में बादल फटने की बड़ी घटना सामने आई है। इस घटना में कम से 300 लोगों के फंसने की आशंका व्यक्त की जा रही है। शुरुआती रिपोर्ट में 10 से 12 लोगों की मौत की आशंका व्यक्त की गई है। बादल फटने की घटना किश्तवाड़ जिले के चसोती में हुई। LG मनोज सिन्ह ने NDRF को रवाना किया है।
अचानक बादल फटा और आगया मलबा
मचैल माता की यात्रा के लिए जुटने वाले लोग चशोती गांव को एक बेस कैंप की तरह भी इस्तेमाल करते हैं। यहां बड़ी संख्या में टेंट लगाए जाते हैं, जिससे श्रद्धालु आराम कर सकें। चारों ओर खूबसूरत पहाड़ियों के बीच बसे गांव में गुरुवार को अचानक बादल फटा और ऊपर से मलबा आ गया। अब तक 15 लोगों के शव बरामद किए जा चुके हैं, जबकि कई के शव मलबे में दबे होने की आशंका है। हादसे की वजह से नेटवर्क की समस्या भी हो गई है, जिससे लोगों का बाहरी इलाके से संपर्क कट गया है। गांव में यात्रा के लिए जगह-जगह लंगर वाले टैंट भी लगाए गए थे, वे भी मलबे में बह गए।
Massive cloudburst in Kishtwar, casualties feared pic.twitter.com/FwSDpHEAbL
— The Nawakadal (@Nawakadal3) August 14, 2025
अगले छह घंटे के लिए अलर्ट जारी
किश्तवाड़ के पड्डेर उप-मंडल के चसोती गांव में एक विशाल बादल फटने की घटना में प्रभावितों की संख्या ज्यादा होने की अनुमान व्यक्त किया जा रहा है। स्थानीय सूत्रों की रिपोर्ट है कि अचानक आई इस बाढ़ में तीर्थयात्रियों सहित 200-300 लोगों के फंसे होने की आशंका है। अचानक आई इस बाढ़ में एक लंगर (सामुदायिक रसोई) बह गया। जिससे बड़ी संख्या में लोगों के हताहत होने की आशंका बढ़ गई।
Pray for Kishtwar
Machail Cloud Burst in J&K pic.twitter.com/k38A0CSnMZ— Hemani Kandhari (@HemaniKandhari) August 14, 2025
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने की अमित शाह से बात
जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने एक्स पर लिखा, ”मैंने अभी-अभी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से बात की और उन्हें जम्मू के किश्तवाड़ क्षेत्र की स्थिति के बारे में जानकारी दी। खबर गंभीर और सटीक है, बादल फटने से प्रभावित क्षेत्र से सत्यापित जानकारी आने में देरी हो रही है। बचाव कार्यों के प्रबंधन के लिए जम्मू-कश्मीर के भीतर और बाहर से सभी संभव संसाधन जुटाए जा रहे हैं। मैं चैनलों या समाचार एजेंसियों से बात नहीं करूंगा। सरकार जब भी संभव होगा जानकारी साझा करेगी।”