उत्तर प्रदेश सरकार ने इस साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन (17 सितंबर) से लेकर गांधी जयंती और शास्त्री जयंती (2 अक्टूबर) तक एक विशेष कार्यक्रम ‘सेवा पखवाड़ा’ मनाने का ऐलान किया है। इस पखवाड़े का उद्देश्य समाज सेवा, स्वच्छता, पर्यावरण संरक्षण और जनकल्याणकारी योजनाओं को ज़मीनी स्तर पर बढ़ावा देना है।
इस दौरान पूरे प्रदेश में व्यापक स्तर पर सामाजिक और जनसहभागिता आधारित कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इनमें स्वच्छता अभियान, वृक्षारोपण, रक्तदान शिविर, स्वास्थ्य जांच शिविर, खेल प्रतियोगिताएं, सांस्कृतिक कार्यक्रम, कला प्रदर्शनियां और मैराथन जैसे आयोजन शामिल होंगे। हर जिले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जीवन और योगदान पर आधारित विशेष प्रदर्शनियां भी लगाई जाएंगी।
राज्य सरकार की योजना है कि इस पहल को जनभागीदारी से जोड़ने के लिए Namo App और SIMPLE Portal का इस्तेमाल किया जाएगा। इन प्लेटफ़ॉर्म्स के माध्यम से लोग अपनी भागीदारी दर्ज करा सकेंगे और किए गए कार्यों की रिपोर्टिंग भी संभव होगी। सरकार का मानना है कि इस तरह के डिजिटल प्रयासों से अधिक से अधिक युवाओं और स्वयंसेवी संगठनों को जोड़ा जा सकेगा।
‘सेवा पखवाड़ा’ के दौरान स्वास्थ्य और शिक्षा से जुड़े कई विशेष कार्यक्रम भी आयोजित होंगे। ग्रामीण इलाकों में मुफ्त स्वास्थ्य जांच और दवाओं की व्यवस्था, स्कूलों में स्वच्छता और पौधारोपण अभियान, साथ ही महिलाओं और बच्चों के पोषण संबंधी कार्यक्रमों पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा।
राजनीतिक दृष्टिकोण से भी यह पखवाड़ा अहम माना जा रहा है। प्रधानमंत्री के जन्मदिन को सेवा दिवस के रूप में मनाने की परंपरा पहले से रही है, लेकिन इस बार इसे व्यापक सामाजिक अभियान का रूप दिया जा रहा है। इससे न केवल जनता में सेवा और जिम्मेदारी की भावना मजबूत होगी, बल्कि सरकार की विकास और कल्याणकारी नीतियों को भी नया प्रचार-प्रसार मिलेगा।
विशेषज्ञों का मानना है कि गांधी और शास्त्री जयंती तक चलने वाले इस अभियान से स्वच्छ भारत मिशन, फिट इंडिया मूवमेंट और पर्यावरण संरक्षण जैसे बड़े राष्ट्रीय अभियानों को भी मजबूती मिलेगी। इसके अलावा स्थानीय स्तर पर छोटे-छोटे प्रयासों से सामाजिक एकता और सामुदायिक भागीदारी को भी बढ़ावा मिलेगा।
कुल मिलाकर, ‘सेवा पखवाड़ा’ उत्तर प्रदेश को न केवल विकास और सेवा की दिशा में नई ऊर्जा देगा, बल्कि यह आने वाली पीढ़ियों के लिए सामूहिक जिम्मेदारी और राष्ट्र सेवा की भावना का जीवंत उदाहरण बनेगा।