Jerusalem News: दक्षिणी इजरायल के रामोन एयरपोर्ट पर रविवार को यमन के हूती विद्रोहियों ने ड्रोन हमला किया। इस हमले के कारण कुछ समय के लिए हवाई अड्डे पर सभी फ्लाइट ऑपरेशन्स को रोक दिया गया था। इजरायल हवाई अड्डा प्राधिकरण ने बाद में पुष्टि की कि हालात सामान्य कर दिए गए हैं और एयरपोर्ट से उड़ानों का संचालन दोबारा शुरू हो गया है।
हमले का घटनाक्रम
इजरायली सेना के मुताबिक, हूती विद्रोहियों द्वारा दागा गया ड्रोन देश की बहुस्तरीय वायु रक्षा प्रणाली को भेदकर रामोन एयरपोर्ट परिसर में आ गिरा। ड्रोन के टकराने से एयरपोर्ट भवन की खिड़कियों को नुकसान हुआ। प्रारंभिक रिपोर्ट्स में कहा गया था कि एक व्यक्ति घायल हुआ है, लेकिन इजरायल की मैगन डेविड एडोम बचाव सेवा ने स्पष्ट किया कि कम से कम दो लोग मामूली रूप से घायल हुए हैं। उन्हें पास के रिसॉर्ट शहर ऐलात के अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
वायु रक्षा प्रणाली पर सवाल
इस घटना ने एक बार फिर इजरायल की एयर डिफेंस सिस्टम की क्षमता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। सेना ने स्वीकार किया कि ड्रोन का पता उसकी वायु रक्षा प्रणालियों ने लगाया था, लेकिन खतरे का सही आकलन न होने के कारण जवाबी सिस्टम सक्रिय नहीं हो पाया। परिणामस्वरूप ड्रोन एयरपोर्ट तक पहुंच गया और नुकसान पहुंचा गया। सेना ने इस खामी की जांच शुरू कर दी है।
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हूती विद्रोहियों का दावा
हमले की जिम्मेदारी ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों ने ली है। उनके सैन्य प्रवक्ता याह्या सारी ने बयान जारी कर कहा कि यह हमला गाजा पर इजरायल के जारी हमलों का बदला है। हूती विद्रोही पिछले कुछ महीनों से इजरायल को निशाना बनाते हुए लंबी दूरी की मिसाइल और ड्रोन हमले कर रहे हैं।
इजरायल का पलटवार
इजरायल ने कहा है कि यमन से आने वाले इस तरह के हमलों का कड़ा जवाब दिया जाएगा। सेना का दावा है कि उसने हाल के दिनों में हूती विद्रोहियों के कई ठिकानों, हथियार भंडारों और लॉन्चिंग पैड्स को निशाना बनाकर हवाई हमले किए हैं।
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अंतरराष्ट्रीय चिंता
यह घटना ऐसे समय में हुई है जब इजरायल पहले से ही गाजा और लेबनान सीमा पर तनाव का सामना कर रहा है। हूती विद्रोहियों का यह हमला इजरायल की सुरक्षा चुनौतियों को और बढ़ाता है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि हूती लगातार लंबी दूरी के हमले करते रहे तो इजरायल को अपनी एयर डिफेंस रणनीति में बड़े बदलाव करने पड़ सकते हैं।
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