हंगामे की भेंट चढ़ा मानसून सत्र… सिर्फ 37 घंटे हुई चर्चा, एक महीने में पास हुए 12 बिल

Parliament Mansoon Session: संसद का मानसून सत्र हंगामे और विपक्षी हंगामे की भेंट चढ़ गया। 21 जुलाई से शुरू हुए सत्र में चर्चा के लिए 120 घंटे निर्धारित थे, लेकिन लगातार व्यवधान के कारण लोकसभा में महज 37 घंटे ही चर्चा हो सकी। गुरुवार को स्पीकर ओम बिरला ने सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करते हुए यह जानकारी दी।

सत्र में बिहार एसआईआर प्रक्रिया पर विपक्ष ने जमकर हंगामा किया। विपक्षी सांसदों ने बिल फाड़े, तख्तियां लहराईं और ‘वोट चोर गद्दी छोड़’ जैसे नारे लगाए। स्पीकर बिरला ने सदस्यों के आचरण पर गंभीर चिंता जताई और कहा कि “हमारे आचरण पर पूरे देश की नजर है।”

सत्र में कुल 14 विधेयक पेश हुए, जिनमें से 12 पारित किए गए। इनमें आयकर संशोधन विधेयक, राष्ट्रीय खेल प्रशासन विधेयक और ऑनलाइन गेमिंग विनियमन विधेयक शामिल रहे। वहीं, संविधान (130वां संशोधन) विधेयक को संयुक्त संसदीय समिति को भेजा गया।

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स्पीकर ने बताया कि इस दौरान 419 तारांकित प्रश्न आए, जिनमें से सिर्फ 55 के उत्तर दिए जा सके। उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम पर विशेष चर्चाओं का भी उल्लेख किया।

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सत्र के समापन पर स्पीकर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रचनात्मक भूमिका निभाने वाले सदस्यों का धन्यवाद किया और कहा कि लोकतांत्रिक गरिमा और उत्तरदायित्व को बनाए रखना हम सभी की जिम्मेदारी है।

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