SEMICON India 2025: भारत की सेमीकंडक्टर महत्वाकांक्षाओं को नई ऊँचाइयों तक ले जाने वाले ‘सेमिकॉन इंडिया 2025’ सम्मेलन का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। तीन दिवसीय इस भव्य कार्यक्रम ने वैश्विक उद्योग जगत के नेताओं, नीति-निर्माताओं, शिक्षाविदों, कंपनियों और स्टार्टअप्स को एक साझा मंच पर लाकर निवेश, संवाद और रणनीतिक साझेदारी की दिशा में ठोस पहल की।
आईटी मंत्रालय के अनुसार, यह आयोजन सीमा पार सहयोग, अनुसंधान के व्यावसायीकरण, कौशल विकास और ग्लोबल सेमीकंडक्टर वैल्यू चेन में भारत के इंटीग्रेशन को बढ़ावा देने में उत्प्रेरक साबित हुआ।
पीएम मोदी का विज़न
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए कहा, “हम एक ऐसा सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम बना रहे हैं, जो भारत को आत्मनिर्भर और वैश्विक रूप से प्रतिस्पर्धी बनाएगा। वह दिन दूर नहीं जब भारत की सबसे छोटी चिप दुनिया में सबसे बड़ा बदलाव लाएगी।”
उन्होंने आगे कहा कि भारत देर से सही लेकिन दृढ़ कदमों के साथ इस क्षेत्र में उतरा है और अब देश को कोई रोक नहीं सकता।
“भारत रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म के मंत्र पर चलकर यहां तक पहुंचा है। आने वाले समय में हम अगली पीढ़ी के सुधारों का नया चरण शुरू करेंगे। हमारी नीतियां अल्पकालिक संकेत नहीं बल्कि दीर्घकालिक प्रतिबद्धताएं हैं,” पीएम मोदी ने जोड़ा।
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वैश्विक भागीदारी
इस सम्मेलन में 48 देशों और क्षेत्रों की 350 से अधिक प्रदर्शनी कंपनियां और प्रतिभागी शामिल हुए। आयोजन में चार कंट्री पैवेलियन, छह कंट्री राउंड टेबल और वर्कफोर्स डेवलपमेंट पैवेलियन आकर्षण का केंद्र बने।
एजेंडा में सेमीकंडक्टर डिजाइन, फ़ैब्रिक और डिस्प्ले निर्माण, पैकेजिंग, अनुसंधान एवं विकास, राज्य की नीतियां और इकोसिस्टम विकास जैसे विविध मुद्दे शामिल किए गए।
रिकॉर्ड उपस्थिति
आईटी मंत्रालय के अनुसार, 35,000 पंजीकरण हुए, जिनमें से 30,000 लोगों ने मौके पर भागीदारी की, जबकि 25,000 लोगों ने ऑनलाइन सम्मेलन को देखा।
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भारत की सेमीकंडक्टर यात्रा
‘सेमिकॉन इंडिया’ के पहले संस्करणों का आयोजन बेंगलुरु (2022), गांधीनगर (2023) और ग्रेटर नोएडा (2024) में किया गया था। इस बार दिल्ली में आयोजित सम्मेलन ने वैश्विक सेमीकंडक्टर परिदृश्य में भारत की नई भूमिका को प्रदर्शित करते हुए एक नया मानक स्थापित किया।
इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अधीन इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन और वैश्विक सेमीकंडक्टर उद्योग संघ एसईएमआई ने संयुक्त रूप से इस आयोजन की मेजबानी की।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह सम्मेलन भारत को न सिर्फ़ अगला सेमीकंडक्टर पावरहाउस बनाने की दिशा में तेज़ी देगा, बल्कि वैश्विक चिप आपूर्ति श्रृंखला में भी उसकी भूमिका को मज़बूत करेगा।
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