Indian Post: वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने की दिशा में डाक विभाग (डीओपी) और एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एएमएफआई) ने एक ऐतिहासिक समझौता किया है। इस समझौते के तहत अब देशभर के डाकघर म्यूचुअल फंड निवेश की सुविधा उपलब्ध कराएंगे।
मुंबई में एएमएफआई के 30वें स्थापना दिवस समारोह के दौरान दोनों संस्थानों ने एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। यह समझौता 22 अगस्त 2025 से 21 अगस्त 2028 तक तीन वर्षों के लिए वैध रहेगा और इसे आगे बढ़ाने का प्रावधान भी है।
इस पहल का उद्देश्य ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में वित्तीय उत्पादों की पहुंच को आसान बनाना है। डाक विभाग के कर्मचारी म्यूचुअल फंड वितरक के रूप में कार्य करेंगे, जिससे छोटे शहरों और गांवों में रहने वाले लोग भी संरचित निवेश विकल्पों का लाभ उठा सकेंगे।
संचार मंत्रालय ने कहा कि भारतीय डाक का विशाल नेटवर्क इस नए सर्विस मॉडल की सफलता में अहम भूमिका निभाएगा। इस साझेदारी से निवेशकों को सुरक्षित और विश्वसनीय सेवाएं प्रदान करने के लिए सख्त डेटा सुरक्षा और सेवा अखंडता उपाय लागू किए जाएंगे।
यह भी पढ़ें…
PM Modi दिल्ली से करंगे ‘राष्ट्रीय प्राकृतिक खेती मिशन’ का शुभारंभ, रसायन-मुक्त होगी खेती
एमओयू पर डाक विभाग की महाप्रबंधक (बिजनेस डेवलपमेंट) मनीषा बंसल बादल और एएमएफआई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी वी.एन. चलसानी ने सेबी अध्यक्ष तुहिन कांत पांडे की मौजूदगी में हस्ताक्षर किए।
यह भी पढ़ें…
Anil Ambani के घर पर CBI की रेड, बैंक धोखाधड़ी मामले में एक्शन
एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि यह साझेदारी दूर-दराज के इलाकों में वित्तीय समावेशन सुनिश्चित करने की डाक विभाग की प्रतिबद्धता को दर्शाती है और भारत में एक निवेशक-अनुकूल म्यूचुअल फंड इकोसिस्टम बनाने की दिशा में एएमएफआई के प्रयासों को और मजबूत करती है।
यह भी पढ़ें…