US Tariffs: अमेरिका के भारी-भरकम टैरिफ से जूझ रहे भारत ने अब वैकल्पिक रास्ता अपनाने का फैसला किया है। वाणिज्य मंत्रालय ने 40 देशों में नए बाजार तलाशने की कवायद शुरू कर दी है ताकि घरेलू उद्योगों को नुकसान से बचाया जा सके।
सूत्रों के अनुसार, मंत्रालय ने हर देश के हिसाब से उन उत्पादों की लिस्ट तैयार करनी शुरू कर दी है, जिन्हें वहां निर्यात किया जा सकता है। ब्रिटेन के लिए खासतौर पर चमड़ा और कपड़ा भेजने पर विचार चल रहा है।
उद्योगों से सीधा संपर्क
सरकार व्यापार संघों और एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल से लगातार बातचीत कर रही है। उद्देश्य यह है कि टैरिफ से प्रभावित उद्योगों को नए अवसर दिए जा सकें। अक्टूबर तक अमेरिकी टैरिफ के वास्तविक असर की तस्वीर और साफ हो जाएगी।
FTA वार्ता तेज़
भारत ओमान, यूरोपीय संघ, पेरू और चिली के साथ फ्री ट्रेड अग्रीमेंट (FTA) पर बातचीत कर रहा है। माना जा रहा है कि आने वाले कुछ महीनों में इनमें से कई समझौते पूरे हो सकते हैं।
ट्रंप की सफाई
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में कहा कि भारत ने अब जाकर टैरिफ कम करने की पेशकश की है, जबकि यह पहले किया जाना चाहिए था। इससे साफ है कि भारत के सख्त रुख ने अमेरिका को नई रणनीति पर सोचने के लिए मजबूर कर दिया है।
भारत का यह कदम दर्शाता है कि वह अब अमेरिकी टैरिफ पर निर्भर नहीं रहेगा, बल्कि अपने व्यापारिक नेटवर्क को विविध और मज़बूत बनाएगा।